(जहां जहां ये उजाला दिखाई देता है
मेरे मसीह का जलवा देखे देता है
की आरजू है उसी जगह पे मेरा दम निकले
जहाँ पे गुममते गिरिजा दिखाई देता है
की आरजू है की पाक हो जाऊ
यही मरकर हलक हो जाऊ
इसीलिए रस्ते मैं बैठा हूँ
की तेरे कदमो की हॉक हो जाऊ)
ऐ मेरे मसीह तूने, मुझे क्या बना दिया
ऐ मेरे मसीह तूने, मुझे क्या बना दिया
कतरे को लेके तूने सागर बना दिया
कतरे को लेके तूने सागर बना दिया
ऐ मेरे मसीह तूने, मुझे क्या बना दिया
ऐ मेरे मसीह तूने, मुझे क्या बना दिया
(खुदावंत येशु मसीह के कलमे पाक में लिखा है
ऐ खुदा ने जहाँ से ऐसी मोहब्बत की
की उसने अपना एकलौता बेटा बक्श दिया
ता की जो कोई उसपर ईमान लाये
हलांक न हो बल्कि हमेशा की जिंदगी पाए)
हो लाख तेरा सुक्रिया
हो लाख तेरा सुक्रिया
मुझको दी जिंदगी
हो लाख तेरा सुक्रिया
हो लाख तेरा सुक्रिया
मुझको दी जिंदगी
तूने गुनाह को मेरे
बिकुल मिटा दिया
है मेरे मसीह तूने
एक बार मसीहा का तू दीवाना बन के देख
जलवा जो देखना हे तो मसताना बनके देख
जितनी पड़े मुसीबते, सर पे उठाए जा
मारे भी गा तुझे कोई मार हास के खाए जा
दीदार देखना है तो सब कुछ लुटा के देख
एक बार मसीहा का तू दीवाना बन के देख
सच्चाई देखना है तो, सूली पे कर नजर
गर इश्क देखना है तो, पसली पे गौर कर
कीलों से छेदे हाथ को नजराना बन के देख
एक बार मसीहा का तू दीवाना बन के देख
मुझको मिली है बरकते
तेरे ही रेहम से
शर्रे को आपताप से
मानिंद बनादिया
Ek bar tu masiha ka divana ban ke dekh –
Jal ja usi ke pyar mean divana ban ke dekha
Gar ishka dekhana hai to, suli pe var kar – 2.
Sachchai dekhani hai to, pasali pe kar najara
Kiloan se chhede hath ko najarana ban ke dekha
Jitani padae musibate, sar pe uthae chal – 2.
iljam koi lagae to, dhae koi sitama
didar dekhana hai to sab kuchh luta ke chala