एक गीत नया मेरे ओठोंपर,
येशु ने मुझे दिया है,
अपने वचन से मुझमे नयी, सृिष्ट बनाई है,
उड़ता चलूं अब उंचाई पर,
एक उकाब की तरह,
जो चाहे वह पीछे रहे, मै तो आगे चला।
चाहा था पिता ने, मै उसके समान बनूं,
दुल्हन वचनका हं मै,
सिफर् वचनको थामे रहं,
यीश्शू नयी सृिष्ट बनकर,
पिताके रूपको दिखाया,
हमने क्या खोया था, मोहरोंसे हमे बताया।
येशु के संग मै, उस क्रूस पे था चढ़ा ,
उसके ही संग मै, फिर से जी उठा,
अब ये जीवन मेरा, उसकी पहचान है,
शब्द नही सामर्थ, उसकी पहचान है
ये विश्वास मेरा, अब मेरा नही है,
नाम दिया जो मुझको, परमेश्वरका खुद है,
येशु ने दिलमे मेरे, विश्वास को डाला है,
अपने वचनसे धोकर, हर सबको निकाला है।
Ek geet naya mere othoanpara,
Yeshu ne muze diya hai,
apane vachan se muzame nayi, sṛuiṣhta banai hai,
udata chaluan ab uanchai para,
Ek ukab ki taraha,
Jo chahe vah pichhe rahe, mai to age chala।
Chaha tha pita ne, mai usake saman banuan,
dulhan vachanaka han mai,
Sifar vachanako thame rahan,
Yishshu nayi sṛuiṣhta banakar,
Pitake rupako dikhaya,
Hamane kya khoya tha, moharoanse hame bataya।
Yeshu ke sanga mai, us krus pe tha chadhaa ,
usake hi sanga mai, fir se ji utha,
ab ye jivan mera, usaki pahachan hai,
Shabda nahi samartha, usaki pahachan hai
Ye vishvas mera, ab mera nahi hai,
Nam diya jo muzako, parameshvaraka khud hai,
Yeshu ne dilame mere, vishvas ko dala hai,
apane vachanase dhokar, har sabako nikala hai।