जब मैं पुकारू मसीह, मुझको जवाव दे
तेरी आवाजको सुनता रहुँगा । (२)
तेरी भजन को मैं गाता रहुँगा
तेरी प्रशंसा मैं करता रहुँगा,
तुने ही मुझ से प्रेम किया है
तेरी ही प्रेम का गुण गाता रहुँगा । (२)
दुनियाँ में आकर क्रूसको उठाकर
मेरे लिए तुने बहुत दुःख सहा (२)
तेरी ही क्रूस को मैं प्रचार हरूँगा
तेरी ही महिमा मैं जीवन भर करूँगा । (२)
Jab main pukarau masiha, muzako javav de
Teri avajako sunata rahuga । (2)
Teri bhajan ko main gata rahuga
Teri prashansa main karta rahuga,
Tune hi muz se prem kiya hai
Teri hi prem ka guṇ gata rahuga । (2)
Duniya me akar krushko uṭhakar
Mere lie tune bahut duahkha saha (2)
Teri hi krush ko main prachar haruga
Teri hi mahima main jivan bhar karuga । (2)