जब से मसीह मुझको मिला …. 2.
पाया मैं चाहा था जो
ऐसी खुशी मुझको मिली ..2.
कोई ख्वाहिश न बाकी रही
तेरा ही नाम पुकारा था मैंने
तुझको ही पल-पल सराहा था मैंने
तुने सुनी हर इलतीज़ा
पाया मैंने चाहा था जो
जीवन ये मेरा तेरा हुआ
तन मन तुझको अर्पण किया
आँसू मेरे फिर न बहे
पाया मैंने चाहा था जो
सूचीमाला पर लौटे
Jab se masih muzako mila …. 2.
Paya main chaha tha jo
aisi khushi muzako mili ..2.
Koi khvahish na baki rahi
Tera hi naam pukara tha mainne
tujhko hi pala-pal saraha tha mainne
Tune suni har ilatijaa
Paya mainne chaha tha jo
Jivan ye mera tera hua
Tan man tujhko arpaṇ kiya
asu mere fir na bahe
Paya mainne chaha tha jo