Ah, holy Jesus, how hast Thou offended,
That man to judge Thee hath in hate pretended?
By foes derided, by Thine own rejected,
O most afflicted.
Who was the guilty? Who brought this upon Thee?
Alas, my treason, Jesus, hath undone Thee.
’Twas I, Lord, Jesus, I it was denied Thee!
I crucified Thee.
Lo, the Good Shepherd for the sheep is offered;
The slave hath sinned, and the Son hath suffered;
For man’s atonement, while he nothing heedeth,
God intercedeth.
For me, kind Jesus, was Thy incarnation,
Thy mortal sorrow, and Thy life’s oblation;
Thy death of anguish and Thy bitter passion,
For my salvation.
Therefore, kind Jesus, since I cannot pay Thee,
I do adore Thee, and will ever pray Thee,
Think on Thy pity and Thy love unswerving,
Not my deserving.
आह पवित्र यीशु
आह, पवित्र यीशु, कैसे तू नाराज है,
उस आदमी ने नफरत में थेह को जज करने का नाटक किया?
दुश्मनों द्वारा व्युत्पन्न, अपने आप को खारिज कर दिया,
हे सबसे पीड़ित.
दोषी कौन था? यह किसने लाया?
काश, मेरा राजद्रोह, यीशु, पूर्ववत करें.
‘ट्वास I, लॉर्ड, जीसस, आई इट डेन्ड थे!
मैंने उन्हें क्रूस पर चढ़ाया.
लो, भेड़ के लिए अच्छा चरवाहा की पेशकश की है;
दास ने पाप किया, और पुत्र ने कष्ट उठाया;
मनुष्य के प्रायश्चित के लिए, जबकि वह कुछ भी नहीं करता है,
भगवान ने हस्तक्षेप किया.
मेरे लिए, दयालु यीशु, तेरा अवतार था,
तेरा नश्वर दुःख, और तेरा जीवन का दायित्व;
पीड़ा और तेरा कड़वा जुनून की मौत,
मेरे उद्धार के लिए.
इसलिए, यीशु की तरह, क्योंकि मैं उन्हें भुगतान नहीं कर सकता,
मैं उन्हें प्यार करता हूँ, और कभी भी प्रार्थना करेंगे,
तेरा दया और तेरा प्यार पर विचार करें,
मेरे योग्य नहीं.