Alas! How swift the moments fly!

Alas! how swift the moments fly!
How flash the years along!
Scarce here, yet gone already by,
The burden of a song.
See childhood, youth, and manhood pass,
And age, with furrowed brow;
Time was—Time shall be—drain the glass—
But where in Time is now?

Time is the measure but of change;
No present hour is found;
The past, the future, fill the range
Of Time’s unceasing round.
Where, then is now? In realms above,
With God’s atoning Lamb,
In regions of eternal love,
Where sits enthroned I AM.

Then pilgrim, let thy joys and tears
On Time no longer lean;
But henceforth all thy hopes and fears
From earth’s affections wean:
To God let votive accents rise;
With truth, with virtue, live;
So all the bliss that Time denies
Eternity shall give.

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अफसोस! पल कितनी तेजी से उड़ते हैं!

अफसोस! पल कितनी तेजी से उड़ते हैं!
कैसे साथ में फ्लैश!
यहाँ दुर्लभ, अभी तक पहले से ही चला गया,
एक गीत का बोझ.
बचपन, युवा और मर्दानगी देखें,
और उम्र, भौंह के साथ;
समय था- समय होगा- कांच को सूखा दें-
लेकिन अब समय में कहां है?

समय माप का है लेकिन परिवर्तन का है;
कोई वर्तमान समय नहीं मिला है;
अतीत, भविष्य, सीमा भरें
समय के अनकहा दौर का.
अब कहाँ है? ऊपर के स्थानों में,
भगवान के प्रायश्चित मेमने के साथ,
शाश्वत प्रेम के क्षेत्रों में,
जहां मैं एएम से उत्साहित हूं.

फिर तीर्थयात्री, अपनी खुशियाँ और आँसू आने दो
समय पर अब दुबला नहीं;
लेकिन इसलिए आपकी सभी आशाएं और भय हैं
पृथ्वी के स्नेह से:
भगवान को मतदाता लहजे में वृद्धि करने दें;
सत्य के साथ, सदाचार के साथ, जीना;
तो सभी आनंद कि समय इनकार करता है
अनंत काल देगा.

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