A City Radiant as a Bride

A city radiant as a bride
and bright with gold and gem,
a crystal river clear and wide,
the new Jerusalem;
a city wrought of wealth untold,
her jeweled walls aflame
with green and amethyst and gold
and colors none can name.

A holy city, clear as glass,
where saints in glory dwell.
Through gates of pearl her people pass
to fields of asphodel.
In robes of splendor, pure and white,
they walk the golden flood,
where God himself shall be their light
and night shall be no more.

A city ever new and fair,
the Lamb’s eternal bride;
no suffering or grief is there
and every tear is dried.
There Christ prepares for us a place,
from sin and death restored,
and we shall stand before his face,
the ransomed of the Lord.

BACK TO INDEX

एक शहर एक दुल्हन के रूप में दीप्तिमान

एक शहर दुल्हन के रूप में उज्ज्वल है
और सोने और मणि के साथ उज्ज्वल,
एक क्रिस्टल नदी स्पष्ट और चौड़ी,
नया यरूशलेम;
धन का एक शहर अनकहा,
उसकी जंगी दीवारें
हरे और नीलम और सोने के साथ
और रंग कोई भी नाम नहीं दे सकता है.

एक पवित्र शहर, कांच के रूप में स्पष्ट,
जहाँ महिमा में संत रहते हैं.
मोती के द्वार से उसके लोग गुजरते हैं
डामर के खेतों में.
वैभव के वस्त्र में, शुद्ध और सफेद,
वे सुनहरी बाढ़ से चलते हैं,
जहाँ स्वयं ईश्वर उनका प्रकाश होगा
और रात नहीं रहेगी.

एक शहर कभी नया और निष्पक्ष,
मेमने की शाश्वत दुल्हन;
कोई दुख या दुःख नहीं है
और हर आंसू सूख जाता है.
वहाँ मसीह हमारे लिए एक जगह तैयार करता है,
पाप और मृत्यु से बहाल,
और हम उसके चेहरे के सामने खड़े होंगे,
प्रभु की फिरौती.

BACK TO INDEX

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

2 thoughts on “A City Radiant as a Bride”

    • Harini C