Be thou, O God exalted high;

Be thou, O God exalted high;
And as Thy glory fills the sky,
So let it be on earth displayed,
Till Thou art here, as there, obeyed.

O God, my heart is fixed; ’tis bent
Its thankful tribute to present;
And, with my heart, my voice I’ll raise
To Thee, my God, in songs of praise.

Thy praises, Lord, I will resound
To all the listening nations round;
Thy mercy highest heav’n transcends;
Thy truth beyond the clouds extends.

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हे महान् परमेश्वर तू हो;
और जैसे तेरा तेज आकाश में भर जाता है,
तो इसे पृथ्वी पर प्रदर्शित होने दो,
जब तक तू यहाँ है, वैसे ही, आज्ञा मानी।

हे परमेश्वर, मेरा हृदय स्थिर है; ‘टिस बेंट’
प्रस्तुत करने के लिए इसकी आभारी श्रद्धांजलि;
और, अपने दिल से, मैं अपनी आवाज उठाऊंगा
तेरे लिए, मेरे भगवान, स्तुति के गीतों में।

तेरी स्तुति, हे प्रभु, मैं गूंजूंगा
चारों ओर के सभी सुनने वाले राष्ट्रों के लिए;
आपकी दया सर्वोच्च स्वर्ग से परे है;
तेरा सत्य बादलों के पार फैला है।

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