Blest feasts of love divine

Blest feasts of love divine

Sweet feast of love divine!
’Tis grace that makes us free
To feed upon this bread and wine,
In memory, Lord, of Thee.

Here every welcome guest
Waits, Lord, from Thee to learn
The secrets of Thy Father’s breast,
And all Thy grace discern.

Here conscience ends its strife,
And faith delights to prove
The sweetness of the bread of life,
The fullness of Thy love.

Thy blood that flowed for sin,
In symbol here we see,
And feel the blessèd pledge within,
That we are loved of Thee.

But if this glimpse of love
Is so divinely sweet,
What will it be, O Lord, above,
Thy gladdening smile to meet—

To see Thee face to face,
Thy perfect likeness wear,
And all Thy ways of wondrous grace
Through endless years declare!

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प्रेम परमात्मा की आशिष पर्व

प्रेम परमात्मा का मीठा पर्व!
‘तीस अनुग्रह जो हमें मुक्त करता है’
इस रोटी और शराब को खिलाने के लिए,
याद में, भगवान, आप की।

यहाँ हर स्वागत अतिथि
प्रतीक्षा करता है, प्रभु, आपसे सीखने के लिए
तेरे पिता की छाती के रहस्य,
और तेरा सारा अनुग्रह समझ में आता है।

यहाँ अंतरात्मा अपना संघर्ष समाप्त करती है,
और विश्वास प्रसन्न करता है साबित करने के लिए
जीवन की रोटी की मिठास,
तेरे प्रेम की परिपूर्णता।

तेरा खून जो पाप के लिए बहता था,
यहाँ प्रतीक में हम देखते हैं,
और धन्य प्रतिज्ञा को भीतर महसूस करो,
कि हम तुझसे प्यार करते हैं।

पर अगर प्यार की ये झलक
कितना दिव्य मीठा है,
यह क्या होगा, हे भगवान, ऊपर,
मिलने के लिए आपकी खुशी भरी मुस्कान-

आपको आमने सामने देखने के लिए,
तेरा संपूर्ण समानता पहनना,
और आपके सभी चमत्कारिक अनुग्रह के तरीके
अंतहीन वर्षों के माध्यम से घोषित करें!

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