Behold a little child, laid in a manger bed;

Behold a little child, laid in a manger bed;
The wintry blasts blow wild around His infant head;
But who is this so lowly laid?
’Tis He by Whom the worlds were made.

Alas! in what poor state the Son of God is seen;
Why did the Lord so great choose out a home so mean?
That we may learn from pride to flee,
And to follow His humility.

Where Joseph plies his trade, lo, Jesus labors, too;
The hands that all things made an earthly craft pursue,
That weary men in Him may rest,
And faithful toil through Him be blessed.

Among the doctors see the Boy so full of grace;
Say, wherefore taketh He the scholar’s lowly place?
That children all, with reverence meet,
May sit and learn at Jesus’ feet.

Christ, once Thyself a boy, our childhood Guard and Guide;
Be Thou its Light and Joy, and still with us abide,
That Thy dear love, so great and free,
May draw us evermore to Thee.

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एक छोटे बच्चे को देखो, जो चरनी में पड़ा है;
उसके शिशु के सिर के चारों ओर सर्दियाँ चल रही थीं;
लेकिन यह इतना नीचा कौन है?
‘तीस वह जिसके द्वारा संसार बनाए गए थे।

काश! परमेश्वर का पुत्र किस दयनीय दशा में दिखाई देता है;
यहोवा ने इतने बड़े घर को इतना मतलबी क्यों चुना?
कि हम गर्व से भागना सीख सकें,
और उसकी विनम्रता का पालन करना।

जहाँ यूसुफ अपना व्यापार करता है, वहाँ यीशु भी परिश्रम करता है;
वे हाथ जिन्हें सब वस्तुओं ने पार्थिव शिल्प बनाया, उनका पीछा किया,
उस में थके हुए लोग आराम कर सकते हैं,
और उसके द्वारा विश्वासयोग्य परिश्रम धन्य हो।

डॉक्टरों में लड़के को इतना अनुग्रह से भरा हुआ देखें;
कहो, वह विद्वान का नीच स्थान क्यों लेता है?
कि सभी बच्चे श्रद्धा से मिलते हैं,
यीशु के चरणों में बैठकर सीख सकते हैं।

मसीह, एक बार अपने आप को एक लड़का, हमारे बचपन के रक्षक और मार्गदर्शक;
तू उसका प्रकाश और आनन्द बन, और अब भी हमारे साथ बना रहे,
कि तेरा प्रिय प्रेम, इतना महान और स्वतंत्र,
हमें सदा अपनी ओर खींचे।

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