Christ is made the sure foundation

Christ is made the sure foundation,
Christ the head and cornerstone,
chosen of the Lord, and precious,
binding all the Church in one,
holy Zion’s help for ever,
and her confidence alone.

To this temple, where we call you,
come, O Lord of hosts, today;
you have promised loving kindness,
hear your servants as we pray,
bless your people now before you,
turn our darkness into day.

Hear the cry of all your people,
what they ask and hope to gain;
what they gain from you, for ever
with your chosen to retain,
and hereafter in your glory
evermore with you to reign.

Praise and honour to the Father,
praise and honour to the Son,
praise and honour to the Spirit,
ever Three and ever One,
One in might and One in glory,
while unending ages run.

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मसीह पक्की नींव बना है,
मसीह सिर और कोने का पत्थर,
यहोवा का चुना हुआ, और अनमोल,
सारी कलीसिया को एक सूत्र में बांधना,
पवित्र सिय्योन की सहायता सदा के लिए,
और अकेले उसका आत्मविश्वास।

इस मंदिर में, जहाँ हम आपको बुलाते हैं,
हे सेनाओं के यहोवा, आज आ;
आपने प्यार करने का वादा किया है,
प्रार्थना करते हुए अपने सेवकों को सुनें,
अब अपके लोगोंको अपके साम्हने आशीष दे,
हमारे अन्धकार को दिन में बदल दो।

अपने सब लोगों की पुकार सुन,
वे क्या माँगते हैं और पाने की आशा रखते हैं;
वे तुमसे क्या प्राप्त करते हैं, हमेशा के लिए
बनाए रखने के लिए अपने चुने हुए के साथ,
और इसके बाद आपकी महिमा में
राज करने के लिए हमेशा तुम्हारे साथ।

पिता की स्तुति और सम्मान,
पुत्र की स्तुति और सम्मान,
आत्मा की स्तुति और सम्मान,
कभी तीन और कभी एक,
एक पराक्रम में और एक महिमा में,
जबकि अंतहीन उम्र चलती है।

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