Christ whose glory fills the skies
Christ the true the only light
Sun of righteousness arise
Triumph o’er the shades of night
Day spring from on high be near
Day star in my heart appear
Dark and cheerless is the morn
Unaccompanied by Thee
Joyless is the day’s return
Till Thy mercy’s beams I see
Till they inward light impart
Glad my eyes and warm my heart
Visit then this soul of mine
Pierce the gloom of sin and grief
Fill me radiancy divine
Scatter all my unbelief
More and more Thyself display
Shining to the perfect day
मसीह जिसकी महिमा आकाश भरती है
मसीह सत्य ही एकमात्र प्रकाश है
धर्म का सूर्य उदय होता है
जीत रात के साये ओ’र
ऊँचे से वसंत का दिन निकट हो
मेरे दिल में दिन का तारा दिखाई देता है
अंधेरा और निस्तेज सुबह है
आप के साथ बेहिसाब
हर्षहीन दिन की वापसी है
तेरी दया की किरणों तक मैं देखता हूँ
जब तक वे आवक प्रकाश प्रदान नहीं करते
मेरी आँखें प्रसन्न हैं और मेरे दिल को गर्म करती हैं
फिर मेरे इस आत्मा के दर्शन करो
पाप और शोक के अंधकार को चीर दो
मुझे दीप्तिमान दिव्यता से भर दो
मेरे सारे अविश्वास को बिखेर दो
अधिक से अधिक अपने आप को प्रदर्शित करें
उत्तम दिन के लिए चमक रहा है