The cross that He gave may be heavy,
But it ne’er outweighs His grace;
The storm that I feared may surround me,
But it ne’er excludes His face.
The cross is not greater than His grace,
The storm cannot hide His blessèd face;
I am satisfied to know
That with Jesus here below,
I can conquer every foe.
The thorns in my path are not sharper
Than composed His crown for me;
The cup that I drink not more bitter
Than He drank in Gethsemane.
The light of His love shineth brighter,
As it falls on paths of woe;
The toil of my work groweth lighter,
As I stoop to raise the low.
His will have I joy in fulfilling,
As I’m walking in His sight;
My all to the blood I am bringing,
It alone can keep me right.
उसने जो क्रॉस दिया वह भारी हो सकता है,
परन्तु यह कभी भी उसके अनुग्रह से बढ़कर नहीं है;
जिस तूफान का मुझे डर था वह मुझे घेर सकता है,
लेकिन यह कभी भी उनके चेहरे को बाहर नहीं करता।
क्रूस उसके अनुग्रह से बड़ा नहीं है,
तूफान उनके धन्य चेहरे को नहीं छिपा सकता;
मुझे जानकर संतोष हुआ
कि यीशु के साथ यहाँ नीचे,
मैं हर शत्रु पर विजय प्राप्त कर सकता हूँ।
मेरे पथ के कांटे तीखे नहीं हैं
मेरे लिए अपने मुकुट की रचना की;
जो प्याला मैं पीता हूँ वह अधिक कड़वा नहीं होता
फिर उसने गतसमनी में शराब पी।
उसके प्रेम का प्रकाश तेज चमकता है,
जैसे वह संकट के पथों पर पड़ता है;
मेरे काम की मेहनत हल्की हो जाती है,
जैसे ही मैं नीचा उठाने के लिए रुका।
उसकी इच्छा को पूरा करने में मुझे खुशी होगी,
जैसा कि मैं उसकी दृष्टि में चल रहा हूँ;
मेरा सब लहू मैं ला रहा हूँ,
यह अकेला ही मुझे सही रख सकता है।