All That Our Savior Hath Spoken

All that our Savior hath spoken
Came from the heart of God;
Surely it cannot be broken,
Sealed with His precious blood.

Tempests may rage and thunder,
Mountains be rent asunder,
Nations may fear and wonder—
Trust, and be undismayed.

As unto Abram was given
God’s cov’nant word of peace,
“Counting the stars” of the even—
So shall thy faith increase.

Trust when the light warm and tender
Seemeth to Thee withdrawn;
Wait a few hours, and in splendor
Morning again will dawn!

Trust! tho’ all others forsake thee,
Yet there remains one Friend;
Mercy and truth shall o’ertake thee
Down to thy journey’s end.

Trust under every condition
Till thou shalt reach thy home;
Trust, till in perfect fruition
That which is real hath come.

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ऑल दैट अवर सेवियर हैथ स्पोकन

वह सब जो हमारे उद्धारकर्ता ने बोला
भगवान के दिल से आया था;
निश्चित रूप से इसे तोड़ा नहीं जा सकता,
अपने कीमती खून से सील.

टेंपरेचर में रोष और गड़गड़ाहट हो सकती है,
पहाड़ों को किराए पर लिया जाए,
राष्ट्र डर सकते हैं और आश्चर्य कर सकते हैं-
भरोसा करो, और बेपनाह हो.

जैसा कि अब्राम को दिया गया था
भगवान का शांति शब्द,
“सितारों की गिनती” भी-
तो क्या आपका विश्वास बढ़ेगा.

भरोसा करें जब प्रकाश गर्म और निविदा
उन्हें वापस ले लिया गया;
कुछ घंटे प्रतीक्षा करें, और वैभव में
सुबह फिर से सुबह होगी!

विश्वास! अन्य सभी ने आपको त्याग दिया,
फिर भी एक मित्र बना हुआ है;
दया और सच्चाई आपको छोड़ देगी
आपकी यात्रा के अंत तक.

हर हालत में भरोसा
जब तक तुम अपने घर नहीं पहुँचोगे;
भरोसा है, जब तक सही फल नहीं मिलता
जो असली है वह आ गया.

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