चाहते हैं तुझसे
पाक रूह का मस्सा,
अलीशा नबी को जैसे दिया-2
दे दे हमें दो गुणा…
खिदमत करनी हमको सिखा दे,
परस्तिष्क करनी हमको सिखा दे,
करो करम इतना,
चाहते…
आँखों में हमको आँसू दे दे,
रूहों का तू बोझ हमें दे दे,
करो करम इतना,
चाहते…
दुःखों को सहना हमको सिखा दे,
मामूर रहना हमको सिखा दे,
चाहते हैं इतना,
चाहते…
राह-ए-सलीब पर हमको चला दे,
मर्ज़ी पिता की हम से करा ले,
जान भी कर दें अता,
चाहते…
Chahate hain tujhse
Pak ruh ka massa,
alisha nabi ko jaise diya-2
De de hame do guṇa…
Khidamat karni hamko sikha de,
parstiṣhka karni hamko sikha de,
Karo karm itna,
Chahate…
akh main me hamko asu de de,
Ruh main ka tu boz hame de de,
Karo karm itna,
Chahate…
Duahkh main ko sahana hamko sikha de,
Mamur rahana hamko sikha de,
Chahate hain itna,
Chahate…
Raha-e-salib par hamko chala de,
Marjai pita ki ham se kar le,
Jan bhi kar de ata,
Chahate…