जल के लिए हाफति हैसे हिरणी, वैसे हफ्ता हूँ तेरे लिए,
प्यासा हूँ हे प्रभु, मैं तेरा, करता तेरी आराधना,
तू ही मेरा बल, तू मेरी ढाल, सौंपता ये जीवन, तेरे हाथ,
प्यासा हूँ हे प्रभ, मै तेरा, करता तेरी आराधना ।
सोने चाँदीसे ज्यादा चाहता तुझे, सिफर तूही तृप्त करता है,
तू ही सच्चा आनन्द देता, मैं निहारता तुझे ।
तू मेरा प्रभु, मेरे दिल का स्वामी, मेरा सब कुछ तू ही है,
तुझ से बन्धी है मेरी सारी उम्मीदें, प्रियतम मेरे ।
Jal ke lie hafati haise hirni,
vaise hafta hu tere lie,
Pyasa hu he prabhu, main tera,
karta teri aradhana,
Tu hi mera bala, tu meri dhal,
sauanpata ye jivana, tere hatha,
Pyasa hu he prabha, mai tera,
karta teri aradhana ।
Sone chandise jyada chahat tujhe,
sifar tuhi tṛupta karta hai,
Tu hi sachcha anand deta,
main niharata tujhe ।
Tu mera prabhu, mere dil ka swami,
mera sab kuch tu hi hai,
tujh se bandhi hai meri sari ummidean,
priyatam mere