Jave kisake pas gunahagara? जावे किसके पास गुनहगार

जावे किसके पास गुनहगार? यीशु है ज़िन्दगी ?
मौत से करता है वही पार, यीशु है ज़िन्दगी,
ज़िन्दगी रुहानी, ज़िन्दगी गैरफानी !

रूह और दुल्हिन भी कहती “आ”
यीशु है ज़िन्दगी ? तू जो सुनता है कहता जा,
“यीशु है ज़िन्दगी”, सारी कौमें आवें अब हयात पावें।

मुफ्त वह देता है सभों को यीशु है ज़िन्दगी !
उसकी मौत का तुम हासिल लो,यीशु है ज़िन्दगी,
नक़दी नहीं लाना, उसके फ़ज़ल से पाना।

यीशु लेता मैं तेरा नाम, तू ही है ज़िन्दगी!
बिल्कुल नाक़िस है मेरे काम तू ही है ज़िन्दगी!
तू ही है ज़िन्दगी ! तुझ पर आसरा मेरा, बन्दा हूँ मै तेरा।

सूचीमाला पर लौटे

Jave kisake pas gunahagara? yeshu hai zindagi ?
Maut se karta hai vahi par, yeshu hai zindagi,
zindagi roohani, zindagi gairafani !

rooh aur dulhin bhi kahati “a”
yeshu hai zindagi ? Tu jo sunata hai kahata ja,
“yeshu hai zindagi”, sari kaume avean ab hayat pavean।

Mufta vah deta hai sabhoan ko yeshu hai zindagi !
uski maut ka tum hasil lo,yeshu hai zindagi,
Nakdi nahian lana, usake fazl se pana।

yeshu leta main tera naam, tu hi hai zindagi!
Bilkul nakis hai mere kam tu hi hai zindagi!
Tu hi hai zindagi ! tujh par asara mera, banda hu mai tera।

सूचीमाला पर लौटे

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *