यीशु बुलाता तुम्हें (2)
बड़ी चाहत से तुमको, बाहों में लेने,
यीशु बुलाता तुम्हें (2)
दुःख की गहराईयों में, देगा शान्ति तुम्हें,
सोच समझ कर, उसे निहारो,
आनन्द अनोखा देगा तुम्हें
आंसू मिटाकर तेरे, रक्षा करेगा तेरी,
अपनी आँखों की पुतली जैसे,
वह सच्ची सुरक्षा देगा तुम्हें
अगर तेरा दिल दुखित हो, वह शान्ति देगा तुम्हें,
यीशु तेरी मुक्ति और रोशनी है,
संकोच मिटाकर आओं अभी
हर रोग मिटाने की, शक्ति है उसी के पास,
बिना किसी भेद के तैयार है,
उद्धारक अपनी दया से प्यार करने को
Yishu bulata tumhe (2)
Badi chahat se tumako,
bahon main lene,
Yishu bulata tumhe (2)
Duahkha ki gaharaiyon me,
dega shanti tumhe,
soch samaz kara, use niharo,
anand anokha dega tumhe
aansu mitakar tere, raksha karega teri,
apani akhon ki putali jaise,
woh sachchi suraksha dega tumhe
agar tera dil dukhit ho,
woh shanti dega tumhe,
Yishu teri mukti aur roshani hai,
sankoch mitakar aon abhi
Har rog mitane ki, shakti hai usi ke pasa,
Bina kisi bhed ke taiyar hai,
uddhark apani daya se pyar karane ko