Alone /It was alone the Savior prayed

Alone

It was alone the Savior prayed
In dark Gethsemane;
Alone He drained the bitter cup
And suffered there for me.
Refrain

Alone, alone, He bore it all alone;
He gave Himself to save His own,
He suffered, bled and died alone, alone.

It was alone the Savior stood
In Pilate’s judgment hall;
Alone the crown of thorns He wore
Forsaken thus by all.

Alone upon the cross He hung
That others He might save;
Forsaken then by God and man
Alone, His life He gave.

Can you reject such matchless love?
Can you His claim disown?
Come, give your all in gratitude,
Nor leave Him thus alone.

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अकेला

यह अकेले उद्धारकर्ता ने प्रार्थना की थी
अंधेरे गेथसमेन में;
अकेले उन्होंने कड़वा कप निकाला
और मेरे लिए वहाँ पीड़ित था.
रोकना

अकेले, अकेले, वह यह सब अकेले बोर;
उसने खुद को बचाने के लिए खुद को दिया,
वह पीड़ित था, खून बहाया और अकेले मर गया.

यह अकेला था उद्धारकर्ता खड़ा था
पिलाटे के निर्णय हॉल में;
अकेले कांटों का ताज उन्होंने पहना था
इस प्रकार सभी के द्वारा त्याग दिया गया.

अकेले क्रॉस पर वह लटका दिया
दूसरों को वह बचा सकता है;
भगवान और आदमी द्वारा फिर छोड़ दिया
अकेले, उनका जीवन उन्होंने दिया.

क्या आप ऐसे मैचलेस प्यार को अस्वीकार कर सकते हैं?
क्या आप उसका दावा खारिज कर सकते हैं?
आओ, अपने सभी को कृतज्ञता में दें,
न ही उसे इस तरह अकेला छोड़ दें.

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