The Bible stands like a rock undaunted

The Bible stands like a rock undaunted
’Mid the raging storms of time;
Its pages burn with the truth eternal,
And they glow with a light sublime.

The Bible stands though the hills may tumble,
It will firmly stand when the earth shall crumble;
I will plant my feet on its firm foundation,
For the Bible stands.

The Bible stands like a mountain towering
Far above the works of men;
Its truth by none ever was refuted,
And destroy it they never can.

The Bible stands and it will forever,
When the world has passed away;
By inspiration it has been given,
All its precepts I will obey.

The Bible stands every test we give it,
For its Author is divine;
By grace alone I expect to live it,
And to prove and to make it mine.

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बाइबल निडर चट्टान की तरह खड़ी है
‘समय के प्रचंड तूफानों के बीच;
इसके पन्ने शाश्वत सत्य से जलते हैं,
और वे एक प्रकाश उदात्त के साथ चमकते हैं।

बाइबल खड़ी है, हालाँकि पहाड़ियाँ गिर सकती हैं,
जब पृय्वी उखड़ जाएगी तब वह दृढ़ रहेगा;
मैं अपने पाँव उसकी दृढ़ नींव पर रखूँगा,
बाइबिल के लिए खड़ा है।

बाइबिल एक ऊंचे पहाड़ की तरह खड़ा है
पुरुषों के कामों से बहुत ऊपर;
इसकी सच्चाई का कभी किसी ने खंडन नहीं किया,
और इसे नष्ट कर वे कभी नहीं कर सकते।

बाइबिल खड़ा है और यह हमेशा के लिए रहेगा,
जब दुनिया चली गई है;
प्रेरणा से दिया है,
मैं उसके सब उपदेशों का पालन करूंगा।

बाइबल हमारे द्वारा दी गई हर परीक्षा में खरी उतरती है,
क्योंकि इसका रचयिता ईश्वरीय है;
केवल अनुग्रह से मैं इसे जीने की आशा करता हूँ,
और साबित करने के लिए और इसे मेरा बनाने के लिए।

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