David rejoiced in God his strength,

David rejoiced in God his strength,
Raised to the throne by special grace;
But Christ the Son appears at length,
Fulfills the triumph and the praise.

How great is the Messiah’s joy
In the salvation of Thy hand!
Lord, Thou hast raised His kingdom high,
And giv’n the world to His command.

Thy goodness grants whate’er He will,
Nor doth the least request withhold;
Blessings of love prevent Him still,
And crowns of glory, not of gold.

Honor and majesty divine
Around His sacred temples shine;
Blessed with the favor of Thy face,
And length of everlasting days.

Thine hand shall find out all His foes;
And as a fiery oven glows
With raging heat and living coals,
So shall Thy wrath devour their souls.

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दाऊद परमेश्वर की सामर्थ्य में आनन्दित हुआ,
विशेष अनुग्रह द्वारा सिंहासन पर चढ़ाया गया;
लेकिन मसीह पुत्र लंबाई में प्रकट होता है,
विजय और स्तुति को पूरा करता है।

मसीहा का आनन्द कितना महान है
तेरा हाथ के उद्धार में!
हे यहोवा, तूने उसके राज्य को ऊँचा उठाया है,
और दुनिया को उसके हुक्म के हवाले कर दिया।

तेरी अच्छाई जो चाहे देती है,
न ही कम से कम अनुरोध रोकता है;
प्रेम की आशीषें अब भी उसे रोकती हैं,
और महिमा के मुकुट सोने के नहीं।

सम्मान और महिमा दिव्य
उसके चारों ओर पवित्र मंदिर चमकते हैं;
तेरे मुख की कृपा से धन्य,
और अनन्त दिनों की लम्बाई।

तेरा हाथ उसके सब द्रोहियोंको ढूढ़ लेगा;
और जैसे तंदूर जलता है
प्रचंड गर्मी और जीवित अंगारों के साथ,
इस प्रकार तेरा कोप उनके प्राणों को निगल जाएगा।

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