ले चल हमे तू पिवत्र आत्मा, येशु के वचन मैं….2.
हमको भी राह दिखा दे प्रभूकी, उसपर हमे चलना है ।
कौन पिलाये जल जीवन की, येशू मसीह के सिवा ……..2.
उसपर लगी है आस हमारी, उसीसे हमे मिलना है ।
प्रेम, आनंद, शांति हमारी, येशू मे हमको मिला है …….2.
उसका वचन ही जीवन हमारा,वचन मे बने रहना है ।
जो था पितामे येशू मे उँडेंला, हमने भी वह पाया है ….2.
जो काम येशूने करके दिखाये, वही तो हमे करना है ।
Le chal hame tū pivatra ātmā, yeshu ke vachan main….2.
hamko bhī rāh dikhā de prabhūkī, usapar hame chalanā hai ।
Kaun pilāye jal jīvan kī, yeshū masīh ke sivā ……..2.
Usapar lagī hai ās hamārī, usīse hame milanā hai ।
Prema, ānanda, shāanti hamārī, yeshū me hamko milā hai …….2.
Usakā vachan hī jīvan hamārā,vachan me bane rahanā hai ।
Jo thā pitāme yeshū me aḍenlā, hamane bhī vah pāyā hai ….2.
Jo kām yeshūne karake dikhāye, vahī to hame karanā hai ।