A Slave and Captive Now Was I

A slave and captive now was I,
For I am dead in sin.
My life’s a waste; I’m now alone,
Without a friend or kin.

What is this earth and sea so vast?
What secret Will hath made?
Whence now, poor wretch, have I come from?
God made me, without aid.

His mighty pow’r hath made all things;
With wisdom God abides.
Of his delights I fully know,
God governs and he guides.

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ए स्लेव एंड कैप्टिव नाउ वाज़ आई

एक गुलाम और बंदी अब मैं था,
क्योंकि मैं पाप में मर गया हूं.
मेरे जीवन की बर्बादी; मैं अब अकेला हूँ,
बिना दोस्त या परिजन के.

यह पृथ्वी और समुद्र इतना विशाल क्या है?
क्या रहस्य बनायेगा?
अब, गरीब, मैं कहाँ से आया हूँ?
भगवान ने मुझे बनाया, बिना सहायता के.

उनके पराक्रमी पाव ने सभी चीजें बनाईं;
ज्ञान के साथ भगवान निवास करते हैं.
उनकी प्रसन्नता से मैं पूरी तरह से जानता हूं,
भगवान शासन करता है और वह मार्गदर्शन करता है.

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