Bright angel hosts are heard on high
All sweetly singing o’er the plains;
While mountains echo in reply
The burden of their joyous strains.
Say, shepherds, why this jubilee,
What doth your rapturous mirth prolong?
Say, say what may the tidings be
Which still inspire that heav’nly song?
Come, come to Bethlehem, come and see
The Child whose birth the angels sing;
Come, come, adore on bended knee
The Infant Christ, the newborn King!
See, there within a manger laid
Jesus, the Lord of Heav’n and earth!
See, saints and angels lend their aid
To celebrate the Savior’s birth!
उज्ज्वल देवदूत मेजबानों को उच्च पर सुना जाता है
मैदानों के सब मधुर गीत गाते हैं;
जबकि पहाड़ जवाब में गूँजते हैं
उनके हर्षित उपभेदों का बोझ।
कहो, चरवाहों, यह जयंती क्यों,
आपका उत्साहपूर्ण आनंद क्या लम्बा खींचता है?
कहो, कहो क्या खबर हो सकती है
जो आज भी उस स्वर्गीय गीत को प्रेरित करता है?
आओ, बेतलेहेम आओ, आओ और देखो
वह बच्चा जिसका जन्म फ़रिश्ते गाते हैं;
आओ, आओ, झुके हुए घुटने पर पूजा करें
शिशु मसीह, नवजात राजा!
देखो, वहाँ एक चरनी रखी है
यीशु, स्वर्ग और पृथ्वी के प्रभु!
देखिए, संत और देवदूत सहायता करते हैं
उद्धारकर्ता के जन्म का जश्न मनाने के लिए!