जैसे हिरणी जल के लिये है प्यासी
मेरा प्राण तेरे लिए प्यासा है
तू ही है मेरे दिल कि चाहत
और मैं तेरी आराधना करूँ (2)
तू ही है मेरा बल और ढाल
मेरी आत्मा तेरी ओर झुके
तू ही है मेरे दिल कि चाहत
और मैं तेरी आराधना करूँ (2)
तू है राजा लेकिन तू मेरा
मित्र और मेरा भाई है
सब लोगों और सब बातों से बढकर
मैं तुझसे प्यार करता हूँ (2)
सोने और चाँदी से ज्यादा मैं तुझे चाहूँ
तुही मुझे तृप्त करता हैं
सच्छे आनंद का दाता केवल तुही
और मैं तेरी आँखों कि पुतली (2)
Jaise hirni jal ke liye hai pyasi
Mera praṇ tere lie pyasa hai
Tu hi hai mere dil ki chahat
aur main teri aradhana karu (2)
Tu hi hai mera bal aur dhal
Meri atma teri or zuke
Tu hi hai mere dil ki chahat
aur main teri aradhana karu (2)
Tu hai raja lekin tu mera
Mitra aur mera bhai hai
Sab logon aur sab baton se badhkar
main tujhse pyar karta hu (2)
Sone aur chandi se jyada main tujhe chahu
Tuhi mujhe tṛupta karta haian
Sachchhe anand ka data keval tuhi
aur main teri aakhon ki putli (2)