Brother, art thou worn and weary,

Brother, art thou worn and weary,
Tempted, tried, and sore oppressed?
Listen to the word of Jesus,
“Come unto Me, and rest!”

“Come unto Me, and rest!”
“Come unto Me, and rest!”
Come, ye weary, heavy laden,
“Come unto Me, and rest!”

Oh, He knows the dark forebodings
Of the conscience troubled breast,
And to such His word is given,
“Come unto Me, and rest!”

To the Lord bring all your burden,
Put the promise to the test;
Hear Him say, your Burden Bearer,
“Come unto Me, and rest!”

If in sorrow thou art weeping,
Grieving for the loved ones missed,
Surely then to you He whispers,
“Come unto Me, and rest!”

Trust to Him for all thy future,
He will give thee what is best;
Why then fear when He is saying,
“Come unto Me, and rest!”

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भाई, क्या आप थके हुए और थके हुए हैं,
प्रलोभित, आजमाया हुआ, और बहुत उत्पीड़ित?
यीशु के वचन को सुनो,
“मेरे पास आओ, और आराम करो!”

“मेरे पास आओ, और आराम करो!”
“मेरे पास आओ, और आराम करो!”
आओ, थके हुए, भारी लदे,
“मेरे पास आओ, और आराम करो!”

ओह, वह अंधेरे पूर्वाभास जानता है
विवेक परेशान स्तन की,
और ऐसे को उसका वचन दिया गया है,
“मेरे पास आओ, और आराम करो!”

अपना सारा बोझ यहोवा के पास ले आओ,
परीक्षण के लिए वादा रखो;
उसे कहते हुए सुनो, तुम्हारा बोझ ढोने वाला,
“मेरे पास आओ, और आराम करो!”

यदि दुःख में तुम रोते हो,
अपनों के लिए ग़म छूट गया,
यक़ीनन वह तुमसे फुसफुसाता है,
“मेरे पास आओ, और आराम करो!”

अपने पूरे भविष्य के लिए उस पर भरोसा रखें,
जो उत्तम है वही तुझे देगा;
फिर डर क्यों लगता है जब वह कह रहा है,
“मेरे पास आओ, और आराम करो!”

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