मेरा यीशु मुझे अच्छा है
वो मेरे लिए पर्याप्त है
दुःख, बीमारी में, सब संकट में
मेरा येशु मसीह काफी है (2)
कालवरी का क्रूस पर चढ़ गया
काँटों का ताज उसे पहनाया
मेरे दर्द सारे दूर करके मुझे
नया जीवन प्रदान कर दिया (2) (मेरा यीशु ..)
वो आदि और अन्त है
दिव्य प्रेम का स्रोत भी है
दस हज़ारों में सर्वश्रेष्ठ हैं वो
स्तुति और महिमा के योग्य है(2) (मेरा यीशु ..)
मरुभूमी का सफर कठिन है
विपत्ति हर पल होती है
दिन में मेघ के स्तंभ, रात में अग्नि के खम्भे
सदा आगे चलता मददगार (2) (मेरा यीशु ..)
मेरे क्लेश सब दूर होंगे
पोछेंगे मेरे अाँसु तमाम
जब वो राजा बनकर बादलों पर आएगा
उसके संग मैं जल्द उड़ जाऊँगा(2) (मेरा यीशु ..)
Mera Yishu mujhe achchha hai
Vo mere liye paryapta hai
Duahkha, bimari me, sab sankat me
Mera yeshu masih kafi hai (2)
Kalavari ka krus par chad gaya
Katoan ka taj use pahanaya
Mere darda sare dur karake mujhe
Naya jivan pradan kar diya (2) (mera Yishu ..)
Vo adi aur anta hai
Divya prem ka srot bhi hai
Das haज़aroan me sarvashreṣhtha hai vo
Stuti aur mahima ke yogya hai(2) (mera Yishu ..)
Marubhumi ka safar kathin hai
Vipatti har pal hoti hai
Din me megh ke stanbha, raat me agni ke khambhe
Sada age chalta madadagar (2) (mera Yishu ..)
Mere klesh sab dur hoange
Pochhege mere aasu tamama
Jab vo raja banakar badaloan par aega
uske sanga mein jalda ud jaunga(2) (mera Yishu ..)