- उठ हो प्रकाशमान
- उठो और गाओ सियोन के सन्तानों
- उठो जवानो तुम हो जाओ तैयार
- उतर आ, उतर आ, उतर आ ,
- उत्पन्न हुआ स्वर्गीय लाल
- उधार है…. चँगाई है… …. …
- उपकार की भेंटें अपनी
- उस खुदा-ए पाक के साए में है, कितना सुकून –
- उस क्रूस की क्या बात है
- उस दिन का मुझे इंतज़ार है
- उसका रहम, उसका करम ,
- उसकी हो आराधना
- उसके फाटकों में प्रवेश करूँगा
- उसने मुझे भेजा है, उसकी रूह मुझपे है, ,
- उसने दाखरस और तेल उंडेला
- उॅंचा रहे तेरा नाम, पवित्र है तेरे नाम, ,
- उॅची आवाज मे गाउँ, आनंद से चिल्लाऊं, ,
- ऊंचे आसमानों में
- ऊचे स्थान में प्रभु, सवार भी कराया मुझको,